जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार ¨सह ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में ईंट-भट्ठा के प्रबंधकों की बैठक में कहा कि ईंट भट्ठा पर कार्य करने वाले श्रमिकों का श्रम विभाग पंजीयन करेगा। जिससे श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न लाभकारी योजनाओं का लाभ उन्हें मिल सकेगा। डीएम ने निर्देशित किया कि जो भी श्रमिक 17 वर्ष या उससे कम आयु के हैं उनसे श्रमिक का कार्य न कराया जाय, क्योकि यह कानूनन अपराध है। डीएम ने बैठक में ईंट-भट्ठा मालिकों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि वर्तमान में स्वच्छ भारत मिशन के अर्न्तगत जनपद को शौचालयों से लैस कर ओडीएफ किया जाना है, इसलिए जनपद में ईंट की कोई अनुपलब्धता नहीं होनी चाहिए। क्योंकि ईंट-भट्ठा ही विकास की धुरी है, इसमें सहयोगात्मक रूख अपनाते हुए विकास कार्य को पूरा कराने में ईंट भट्ठा मालिक सहयोग करें। डीएम ने कहा कि ईंट भट्ठा पर जो श्रमिक कार्य करते है या 90 दिन या उससे अधिक दिन कार्य कर चूके हैं उनका प्रमाण पत्र निर्गत करते हुए उसके पंजीयन की कार्यवाही श्रम विभाग के माध्यम से अवश्य करा लें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रामसूरत पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी कृष्ण लाल तिवारी, उपायुक्त मनरेगा, पीडी त्रिपाठी, जिला पंचायत राज अधिकारी राघवेन्द्र प्रसाद द्विवेदी, अपर सूचना अधिकारी रविन्द्रनाथ पाण्डेय, श्रम प्रर्वतन अधिकारी सहित जनपद के ईट-भट्ठा मालिक उपस्थित रहे।